इंदौर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस उन्हें घर से हीरा नगर थाने लाई, जहां प्राथमिक कार्रवाई के बाद एमवाय अस्पताल में मेडिकल चेकअप कराया। बताया जा रहा है कि उनके वार्ड में शनिवार रात को पानी के टैंकर को लेकर बच्चों में विवाद हो गया था। इसमें बड़े शामिल हो गए। जिसके बाद बीजेपी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई थी।
चौकसे को इसी मामले में गिरफ्तार किया गया है। बीजेपी कार्यकर्ता कपिल पाठक ने चौकसे समेत 9 आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। गिरफ्तारी की जानकारी लगते ही कांग्रेस कार्यकर्ता थाने के बाहर जमा हो गए। सरकार और बीजेपी के खिलाफ नारेबाजी की।
पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा मामले में कमिश्नर संतोष सिंह से बात करने उनके दफ्तर पहुंचे। उनके साथ कांग्रेस शहर अध्यक्ष सुरजीत चड्ढा, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, पूर्व विधायक अश्विन जोशी और शोभा ओझा भी थे।
चौकसे बोले- अंधेर नगरी, चौपट राजा एमवाय अस्पताल में मेडिकल चेकअप के दौरान चिंटू चौकसे ने कहा- यह अंधेर नगरी चौपट राजा है। मैं उस जगह मौजूद ही नहीं था। जो घटना मामूली थी, उसे आईपीसी की धारा 307 (हत्या की कोशिश) में बदल दिया गया है। यह जंगलराज नहीं तो और क्या है? यह भाजपा की सरकार है।
फावड़े और लोहे की रॉड से हमला करने का आरोप अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त रामस्नेही मिश्रा ने बताया- शनिवार रात कपिल पाठक और चिंटू चौकसे के बच्चों के बीच विवाद हुआ। ये थोड़ी ही देर में दोनों पक्षों के बीच झगड़े में बदल गया। इसी मामले में देर रात कपिल पाठक की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई। उन्होंने चौकसे द्वारा खुद पर फावड़े और लोहे की रॉड से प्राणघातक हमले करने का आरोप लगाया।
कपिल के सिर में गंभीर चोटें आई हैं। मेडिकल रिपोर्ट से भी इसकी पुष्टि हुई है। दूसरे पक्ष के लोग भी घायल हुए हैं, लेकिन उन्होंने अब तक केस नहीं कराया है।
मामले में चिंटू चौकसे और सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया है। रोहन चौकसे, ईशान चौकसे, राधेश्याम चौकसे, गौरव चौधरी, सुमित ठाकुर, रवि प्रजापति और एक अन्य अज्ञात आरोपी फरार हैं। हमारी टीम लगातार प्रयास कर रही है, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस ने कहा- दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश एडिशनल कमिश्रर अमित सिंह ने कहा- घटना रात 10:30 बजे की है। विवाद पानी के टैंकर को हटाने को लेकर हुआ था। दोनों पक्षों के बीच पहले से ही पुरानी रंजिश है। तीन-चार बार पहले भी इनके बीच झगड़े हो चुके हैं।
सबसे पहले चिंटू चौकसे के भतीजे रोहन के साथ मारपीट हुई, जिसके बाद चिंटू चौकसे के समर्थकों ने एकजुट होकर कपिल पाठक पर हमला कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें 9 लोगों को आरोपी बनाया गया है।