मध्यप्रदेश के पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना (डीजीपी) से अधिक प्रॉपर्टी उनके मातहतों के पास है। मकवाना के पास भोपाल में एक करोड़ 11 लाख रुपए का एक प्लॉट और एक मकान है, तो स्पेशल डीजी वरुण कपूर के पास 10 करोड़ 51 लाख रुपए की प्रॉपर्टी है। इसमें कृषि भूमि, प्लॉट, मकान और फ्लैट शामिल हैं।
यह जानकारी आईपीएस अफसरों द्वारा गृह मंत्रालय को दिए अपनी अचल संपत्ति के ब्योरे में सामने आई है। मध्यप्रदेश में 319 आईपीएस हैं। इनमें से 48 पद खाली हैं। बाकी 271 में से 198 अधिकारियों ने 31 दिसंबर 2024 की स्थिति में अचल संपत्ति की जानकारी भेजी है।
गृह मंत्रालय की वेबसाइट पर 55 में से 30 एसपी की प्रॉपर्टी की जानकारी है। इनमें मऊगंज के एसपी दिलीप सोनी के पास सबसे ज्यादा प्रॉपर्टी है। उनके पास भोपाल, इंदौर और नर्मदापुरम में कृषि भूमि, प्लॉट और मकान मिलाकर 4 करोड़ की संपत्ति है।
जयदीप प्रसाद के पास करीब 5 करोड़ की खेती डीजी उपेंद्र कुमार जैन 8 करोड़ 39 लाख रुपए की प्रॉपर्टी के मालिक हैं। स्पेशल डीजी अजय कुमार शर्मा के पास दिल्ली-भोपाल में 6 करोड़ 15 लाख की संपत्ति है। इसमें फ्लैट, कृषिभूमि, प्लाॅट शामिल हैं।
इनसे अधिक संपत्ति चंबल रेंज में पदस्थ डीआईजी कुमार सौरभ के पास है। सौरभ 7 करोड़ 15 लाख रुपए की अचल संपत्ति के मालिक हैं। एडीजी लोकायुक्त से हटाए गए जयदीप प्रसाद के पास करीब 5 करोड़ की खेती और आवासीय जमीन और मकान हैं।
सागर, जबलपुर, रीवा आईजी के पास कोई प्रॉपर्टी नहीं मध्यप्रदेश के रेंज आईजी और पुलिस कमिश्नरों ने जो जानकारी दी है, उसमें सागर, जबलपुर और रीवा रेंज के आईजी ने अपने पास कोई संपत्ति नहीं होना बताया है। सागर आईजी प्रमोद वर्मा, जबलपुर के प्रभारी आईजी सचिन अतुलकर तथा रीवा आईजी गौरव राजपूत ने संपत्ति का ब्योरा तो दिया है लेकिन किसी तरह की अचल संपत्ति नहीं होना बताया है।