हरदा पटाखा फैक्टरी ब्लास्ट के पीड़ितों को भोपाल पुलिस ने जबरन बस से वापस हरदा भेज दिया। सीएम से मिलने के लिए पीड़ित करीब 150 किमी की यात्रा कर भोपाल आए थे। इनमें महिला, बच्चे और बुजुर्ग शामिल थे। सोमवार शाम भोपाल आने के बाद यह सभी मिसरोद के पास एक ढाबे पर रुके।
मंगलवार सुबह पैदल सीएम हाउस की ओर बढ़ रहे थे। रास्ते में मिसरोद थाने की सीमा पर इन सभी को रोक लिया गया। पुलिस ने इन सभी को जबरन बस में बैठाकर हरदा रवाना कर दिया।
पीड़ित देवीसिंह राजपूत ने कहा कि उन्हें और उनके साथियों को मिसरोद थाना पुलिस ने डंडों से पीटकर और जबरन बस में बैठाकर वापस हरदा भेजा है। अब वे हारदा पहुंचकर मिसरोद थाना टीआई के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराएंगे।
हालांकि, अधिकारी बल प्रयोग से इंकार कर रहे हैं। उनका तर्क है- यह सभी बिना अनुमति सीएम हाउस की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस का कहना है कि किसी पर बल प्रयोग नहीं किया गया है। उन्हें समझाबुझाकर वापस भेजा गया है।